स्वामी विवेकानंद जी के प्रेरणादायक अनमोल विचार | Swami Vivekananda Quotes in Hindi

उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये।

शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु हैं। विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु हैं। प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु हैं।

एक विचार लो और उस विचार को अपनी जिंदगी बना लो, उसी विचार के बारे में सोचो, उसी के सपने देखो उसी को जिओ।

जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।

जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए, नहीं तो लोगों का विश्वास उठ जाता है।

विचार इंसान को महान बनाते हैं, और विचार ही इंसान को नीचे गिराते हैं।

पहले हर अच्छी बात का मजाक बनता है, फिर विरोध होता है, और फिर उसे स्वीकार कर लिया जाता है।

जिस प्रकार केवल एक ही बीज पूरे जंगल को पुनर्जीवित करने के लिए पर्याप्त है, उसी प्रकार एक ही मनुष्य विश्व में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए पर्याप्त है।

जीवन का रास्ता स्वयं बना बनाया नहीं मिलता इसे बनाना पड़ता है जिसने जैसा मार्ग बनाया उसे वैसी ही मंजिल मिलती है।

आकांक्षा, अज्ञानता, और असमानता यह बंधन की त्रिमूर्तियां हैं।

सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव के प्रति सच्चे होना. स्वयं पर विश्वास करो।

स्वतंत्र होने का साहस करो जहाँ तक तुम्हारे विचार जाते हैं वहां तक जाने का साहस करो, और उन्हें अपने जीवन में उतारने का साहस करो।

एक नायक बनो और सदैव खुद से कहो मुझे कोई डर नहीं है जैसा मैं सोच सकता हूं वैसा जीवन में जी भी सकता हूँ।

लगातार अच्छे विचार सोचते रहना ही बुरे विचारों को दबाने का एकमात्र तरीका यही है।

जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी।

खड़े हो जाओ हिम्मत वाले बनो सब जवाबदारीयां अपने सर ओढ़ लो और याद रखो अपने नसीब के रचयिता आप खुद हो।

जिस तरह से विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न धाराएँ अपना जल समुद्र में मिला देती हैं, उसी प्रकार मनुष्य द्वारा चुना हर मार्ग, चाहे अच्छा हो या बुरा भगवान तक जाता है।

खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।

मस्तिष्क की शक्तियां सूर्य की किरणों के समान हैं जब वो केन्द्रित होती हैं, चमक उठती हैं।

>जो तुम सोचते हो वो हो जाओगे यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो, तुम कमजोर हो जाओगे, अगर खुद को ताकतवर सोचते हो, तुम ताकतवर हो जाओगे।

कुछ मत पूछो, बदले में कुछ मत मांगो. जो देना है वो दो, वो तुम तक वापस आएगा, पर उसके बारे में अभी मत सोचो।

एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।

शारीरिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप से जो कुछ भी कमजोर बनता है - उसे ज़हर की तरह त्याग दो।

जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है, यह अग्नि का दोष नहीं है।

किसी चीज से डरो मत तुम अद्भुत काम करोगे यह निर्भयता ही है जो क्षण भर में परम आनंद लाती है।

किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आये – आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।

तुम्हे अन्दर से बाहर की तरफ विकसित होना है. कोई तुम्हे पढ़ा नहीं सकता, कोई तुम्हे आध्यात्मिक नहीं बना सकता तुम्हारी आत्मा के आलावा कोई और गुरु नहीं है।

हम जितना ज्यादा बाहर जायें और दूसरों का भला करें, हमारा ह्रदय उतना ही शुद्ध होगा, और परमात्मा उसमे बसेंगे।

इस दुनिया में सभी भेद-भाव किसी स्तर के हैं, ना कि प्रकार के, क्योंकि एकता ही सभी चीजों का रहस्य है।

विश्व एक व्यायामशाला है जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।

सत्य को हज़ार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।

उस व्यक्ति ने अमरत्व प्राप्त कर लिया है, जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता।

चिंतन करो, चिंता नहीं; नए विचारों को जन्म दो।

ज्ञान का प्रकाश सभी अंधेरों को खत्म कर देता है।

भय और अपूर्ण वासना ही समस्त दुःखों का मूल है।

सत्य को स्वीकार करना जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ है।

मेहनत से जीवन की हर मुश्किल से बाहर निकला जा सकता है।

ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है।

जिसके साथ श्रेष्ठ विचार रहते हैं, वह कभी भी अकेला नहीं रह सकता।

अनुभव ही आपका सर्वोत्तम शिक्षक है। जब तक जीवन है सीखते रहो।

पवित्रता, धैर्य और दृढ़ता ये तीनों सफलता के लिए आवश्यक है लेकिन इन सबसे ऊपर प्यार है।

तुम अपनी मंजिल को तो रातों-रात नहीं बदल सकते परंतु अपनी दिशा को रातों रात बदल सकते हैं।

किसी चीज से डरो मत। तुम अद्भुत काम करोगे। यह निर्भयता ही है जो क्षण भर में परम आनंद लाती है।

दिन-रात अपने मस्तिष्क को, उच्चकोटि के विचारो से भरो। जो फल प्राप्त होगा वह निश्चित ही अनोखा होगा।

दिन में कम से कम एक बार खुद से बात जरूर करें वरना आप दुनिया के बेहतरीन इंसान से नहीं मिल पाएंगे।

मौन, क्रोध की सर्वोत्तम चिकित्सा है।

शिक्षा व्यक्ति में अंतर्निहित पूर्णता की अभिव्यक्ति है।

वह नास्तिक है, जो अपने आप में विश्वास नहीं रखता।


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